Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों से हुए हमले, रूसी हमले में 29 लोग घायल

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि भारत उनके देश और रूस के बीच युद्ध खत्म करने के वैश्विक प्रयासों में एक "महत्वपूर्ण" भूमिका निभा सकता है। यूक्रेन की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बातचीत के दौरान जेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण दिया।

Russia-Ukraine War यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों से हुए हमले, रूसी हमले में 29 लोग घायल के बीच जारी युद्ध लगातार खतरनाक होता जा रहा है। हाल ही में रूस ने फिर से यूक्रेन पर बड़े हमले किए हैं, जिनमें ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। इन हमलों में 29 लोग घायल हो गए। यह घटना इस बात का एक और प्रमाण है कि दोनों देशों के बीच चल रहा यह संघर्ष किस कदर गंभीर हो चुका है।

Russia-Ukraine War का पृष्ठभूमि:

Russia-Ukraine के बीच यह विवाद 2014 में शुरू हुआ था, जब Russia यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों से हुए हमले, रूसी हमले में 29 लोग घायल ने यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप को अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता गया और 2022 में इसने बड़े पैमाने पर युद्ध का रूप ले लिया। इस युद्ध ने न केवल रूस और यूक्रेन को, बल्कि पूरे विश्व को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि इसके कारण अंतरराष्ट्रीय राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी भारी असर पड़ रहा है।

ताज़ा हमले का विवरण:

हाल ही में Russia ने यूक्रेन के कई हिस्सों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए। इन हमलों का मुख्य निशाना यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आस-पास के इलाके थे। रूसी हमलों में ड्रोन का उपयोग करके इमारतों और अन्य महत्वपूर्ण ढाँचों को नुकसान पहुँचाया गया। इन हमलों के कारण 29 लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।

यह हमले यूक्रेन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। Russia ने हाल के महीनों में अपने हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है, और यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस संघर्ष को जल्दी समाप्त करने के मूड में नहीं है। यूक्रेन, अपने सीमित संसाधनों के बावजूद, इन हमलों का जवाब देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन रूस के आधुनिक हथियारों के सामने उसकी स्थिति कमजोर दिख रही है।

Russia का यह हमला सिर्फ यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुँचाने के लिए नहीं था, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य यूक्रेन की अर्थव्यवस्था और उसकी नागरिक संरचनाओं को कमजोर करना था। मिसाइल और ड्रोन हमलों के ज़रिए रूस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह किसी भी कीमत पर अपने उद्देश्य से पीछे नहीं हटेगा।

Russia का यह कदम यूक्रेन को कमजोर करने के साथ-साथ पश्चिमी देशों को भी चेतावनी देने के रूप में देखा जा सकता है, जो यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक मदद दे रहे हैं। रूस का मानना है कि इन हमलों से वह यूक्रेन और उसके सहयोगियों के हौसले को पस्त कर सकता है।

यूक्रेन की प्रतिक्रिया:

यूक्रेन ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है और रूस की आक्रामकता के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है और इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

यूक्रेन की सेना भी इन हमलों का जवाब देने के लिए तैयार है। यूक्रेन ने अपने हवाई सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं और वह रूस के हमलों का सामना करने के लिए पश्चिमी देशों से अधिक मदद मांग रहा है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:

रूस के इन हमलों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कड़ी आलोचना हो रही है। संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने रूस से तुरंत इन हमलों को रोकने की अपील की है। इसके अलावा, अमेरिका, यूरोपीय संघ और नाटो जैसे संगठनों ने भी रूस पर और अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है।

हालांकि, रूस ने इन धमकियों को नजरअंदाज करते हुए अपनी आक्रामक नीतियों को जारी रखा है। रूस का दावा है कि वह केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई कर रहा है, लेकिन इसके विपरीत, यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों का मानना है कि रूस की यह कार्रवाई एकतरफा और अनुचित है।

युद्ध के भविष्य पर सवाल:

रूस और यूक्रेन के बीच इस युद्ध का भविष्य क्या होगा, यह अब भी अनिश्चित है। दोनों देशों के बीच शांति वार्ता की संभावनाएँ नज़र नहीं आ रही हैं, क्योंकि रूस और यूक्रेन दोनों ही अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े हुए हैं। इस बीच, युद्ध के कारण हो रही तबाही का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

यह युद्ध सिर्फ रूस और यूक्रेन के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा, और अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ रहा है। ऐसे में, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वह इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाए।

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